- “ हँसी” एक ऐसा टॉनिक है जो मानव शरीर को सुचारू रूप से चलाने के लिए बहुत जरूरी है। यदि हम एक दिन में एक बार खुलकर हंसे तो हमारा शरीर हल्का एवं चुस्त लगने लगेगा। यदि आप हर समय गंभीर मुद्रा बनाए रहेंगे तो आपका शरीर दिनभर भारी- भारी लगेगा।
- “मुस्कराता” चेहरा आपकी सफलता की गारंटी है , आपकी खुशियों का प्रतिबिंब है। प्रेम, आशा, उत्साह , आनंद खुशियां एवं स्नेह प्रसन्न चित्त इन्सानों की जेब में ही पाया जाता है ।
- “मुस्कराहट” न केवल आपके गुणों , योग्यताओं और शक्ति को दुगुना करती है , बल्कि आपको खुशहाली , सफलता एवं उन्नति के रास्ते पर ले जाती है। हंसमुख चेहरा हमेशा व्यक्तित्व में चार चाँद लगा देता है मुस्कान का जादू आपके स्नेह के सीमित दायरे को क्षितिज तक बढ़ा सकता है।
- छोटे बच्चों में हँसने और किलकारने की एक स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है, यदि उसको दबाने की कोशिश की जाए तो बच्चे की योग्यता ,शक्ति एवं व्यक्तित्व अधूरा विकसित तथा दबा-दबा ही रह जाएगा ।
- एक हार्दिक हँसी आनंद से भरा संगीत है । यह हमें जीवन की अनेक चिंताओं, संदेहों और बीमारियों को सहन करने की शक्ति प्रदान करती है।
- याद रखिए की खुशहाली का फल प्रसन्नता की बेल पर बढ़ता है । हंस मुख ,प्रसन्न चित्त व्यक्ति जीवन में अधिक सुखी एवं सफल होते हैं। मुस्कुराहट जीवन में आने वाली समस्याओं को सरल बना देती है।
- वह मुस्कुराहट जो हम दूसरों को देते हैं, वास्तविक होनी चाहिए । अपना कार्य निकालने के लिए जबरदस्ती चेहरे पर मुस्कुराहट लाना सही नहीं है ।
- ध्यान रखिए दूसरों को हमारी परेशानियों को देखने की फुर्सत नहीं होती है , यदि कभी वे हमारी उदास सूरत की तरफ ध्यान देते हैं तो एक केवल दयावश हो सकता है ।
- आपको सदैव मुस्कुराने की आदत डालनी चाहिए। एक बार आदत पड़ जाने पर आपको उसके लिए विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी ।
- यदि आप समाज में रहना चाहते हो तो जीवन की हर कदम पर मुस्कुराना सीख ले तो आपकी जीवन यात्रा बहुत सरल हो जाएगी।