हौंसला हो तो फिर दूर नही मंजिल – जिंदगी उनका साथ देती है , जो हर पल “आशा” की डोर थामे रहें । अंधेरा हो , पर अगर आप उजियारा की आस में चलते रहेगें तो मंजिल पर जरुर पहुँचेगे । अगर आप आशावान हैं , तो पहाड़ को भी हिला सकते हैं ।
https://youtu.be/hGt_T6bCEMUजिंदगी से जोड़ती है “आशा” – आशावादी लोग बीमार पड़ने पर भी रूटीन जिंदगी से जुड़े रहते हैं । अगर आपको कोई बीमारी है और आप दिन-रात इसी पर फोकस करते हैं , लोगों से बार- बार इसी पर विचार-विमर्श करते हैं , तो पक्का मानिए आप ज्यादा बीमार कोशिकाएं पैदा कर रहे होते हैं । दिनभर में अपने आप से सौ बार कहिए , ‘हम स्वस्थ है , हम फिट है , हमें अच्छा महसूस हो रहा है । ऐसा कहकर खुद को ऊर्जा दीजिये और सामान्य जीवन से जुड़े रहिये ।’ यह मानना है रॉन्डा बर्न का ।
- सेहत का सुरक्षा कवच – खुशी सिर्फ पॉजिटिव सोच वाले लोगों में ही पाई जा सकती है।
- इन्सान आशावादी रहे ये सब सोच का कमाल हैं ।